1 – जिसने कदम कदम पर,चलना मुझे सिखाया,
उनके ही आशीर्वाद से,जीवन सफल बनाया।
दुनिया की सारी दौलत लगती है मुझको फीकी,
मां बाप के चरण,इतना सुकून पाया।
– परम हंस मौर्य
2 – आज कर लो जो है करना,जिंदगी का नहीं ठिकाना,
कब साथ छोड़ के पड़ जाए,दुनिया से हमको जाना।
हर पल शौख से जीना,रहना कभी न तन्हा,
गम हो या खुशी हो हर हाल में मुस्कुराना।
– परम हंस मौर्य
3 – धूप छांव के जैसे,अपनी भी जिंदगानी है,
सुख – दुख की आती हैं लहरें,जीवन बहता पानी है।
कोई सुखी नही है सब है गम का मारा,
राजा हो या भिखारी,सबकी यही कहानी है।
– परम हंस मौर्य