न सोचा था ये दिल लगाने से पहले,
कि टूटेगा दिल मुस्कुराने से पहले।
उमीदों का सूरज न चमका न डूबा,
गहन पड़ गया जगमगाने से पहले।
अगर ग़म उठाना था क़िस्मत में अपनी,
ख़ुशी क्यूँ मिली ग़म उठाने से पहले।
कहो बिजलियों से न दिल को जलाएँ,
मुझे फूँक दें घर जलाने से पहले।