मैं लडूंगा,
हर उन परिस्थितियों से
जो मुझे हराने की कोशिश करेंगे।
मैं लडूंगा,
हर उस व्यक्ति से
जिसने मुझे अयोग्य और आवारा समझा।
मैं लडूंगा,
हर उस समाज से
जहां पर मेरी निर्बलता समझकर मेरी आवाज़ दबाया गया।
मैं लडूंगा,
अंतिम क्षण तक
परिस्थितियों से भी और जीवन जैसे शत्रु से भी।
– अनिल यादव