करता नहीं किसी से भी कोई मलाल मैं,
जब जानता हूं देखिए दुनिया का हाल मैं।
तन्हाई मेरे साथ में रहती है हर जगह,
सोचेगा कौन क्यूं मुझे मेरा ख़याल मैं।
दूंगा जवाब मैं यहां सबके सवाल का,
कितने जवाब देंगे जो पूछूं सवाल मैं।
मेरी ज़रूरतों पे थे सब खो गए कहीं,
उस वक्त पे खड़े थे ,दो, मेरा ज़वाल मैं।
मेहनत से ही मिला है किसी भीख में नहीं,
रखूंगा अपने खून में थोड़ा उबाल मैं।
जिनसे है मेरी दुश्मनी वो इतना मान लें,
आयेगा वक्त मेरा तो खींचूंगा खाल मैं।
– मिर्ज़ा जुनैद
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